• वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन 2025: आधुनिक तकनीकें, चुनौतियाँ और बेहतरीन टिप्स

    परिचय भारत में मधुमक्खी पालन केवल शहद उत्पादन का साधन नहीं रहा — यह आज एक वैज्ञानिक, लाभकारी और पर्यावरण-अनुकूल व्यवसाय बन चुका है। आधुनिक तकनीकें, उपकरण और अनुसंधान ने पारंपरिक पद्धतियों को बदल दिया है।2025 में अगर आप अपने शहद उत्पादन को बढ़ाना और कॉलोनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो “वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन” की समझ और सही अभ्यास आवश्यक है। इस में हम सीखेंगे — वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन क्या है? “वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन” (Scientific Beekeeping) वह प्रक्रिया है जिसमें छत्ते के प्रबंधन, रानी मधुमक्खी चयन, परागण, रोग-नियंत्रण और उत्पादन की प्रत्येक गतिविधि डेटा, पर्यावरणीय स्थिति और व्यवहारिक अवलोकन पर आधारित होती है। पारंपरिक बनाम वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन तुलना पारंपरिक तरीका वैज्ञानिक तरीका अवलोकन अनुमान पर आधारित डेटा और निरीक्षण आधारित प्रबंधन अनुभव से…

  • 11वां मेगा सब्जी एक्सपो 2025: मधुमक्खी पालन, सब्जी उत्पादन और आलू प्रौद्योगिकी का संगम

    हरियाणा सरकार के तत्वावधान में 11वां मेगा सब्जी एक्सपो-2025, दिनांक 21, 22, 23 मार्च को आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों, उद्यमियों और अनुसंधानकर्ताओं को सब्जी उत्पादन, मधुमक्खी पालन और आलू प्रौद्योगिकी से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और नवाचारों से अवगत कराना है। प्रमुख केंद्र और उनकी विशेषताएं 1. सब्जी उत्कृष्टता केंद्र, घरौंड़ा (करनाल) यह केंद्र आधुनिक सब्जी उत्पादन तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यहां निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध हैं: • हाइड्रोपोनिक ग्रीन यूनिट – बिना मिट्टी के पौधों की खेती • लेजर आधारित भूमि सिंचाई – जल संरक्षण के उन्नत उपाय • पोली हाउस में खेती एवं ड्रिप सिंचाई – नियंत्रित वातावरण में उत्पादन • बीजिंग (स्वचालित ट्रांसप्लांट नेट) – उच्च गुणवत्ता वाले पौध रोपण • संपूर्ण केंद्र पर…